संदेश

जीवन का उद्देश्य

चित्र
जीवन का उद्देश्य बहुत सीधा सरल है अपनी खुबिया पहचानिए व योगदान दीजिये जिसके लिए ईश्वर ने आपकी रचना की है।आपको आजादी है चाहे तो फंसे रहे चाहे तो अपने सच्चे स्वरूप को पहचाने। जीवन अवसर देता है आप स्वयं से प्रश्न तो पूछे आप इस विश्व मे सहायक कैसे बने? आपको अवश्य उत्तर मिलेगा। आप अनंत चेतना की रचना है कोई तो अर्थ है आपके यहाँ होने का। केवल संसार संघर्ष में युद्ध हेतु आप नहीं जन्मे है। जीवन मे धीरे धीरे नष्ट होता शरीर भर आप नही। आपको आत्मिक प्रसन्नता का अपना स्रौत खोजना है। वही आपकी भूमिका वही आपके होने का उद्देश्य है। धन सामाजिक प्रतिष्ठा व कर्त्तव्य का निर्वहन एक जंजीर है जो आपको बांध देती है। आप परवश महसूस करते है व स्वतंत्र होना चाहते है। आप एक ऊर्जा है,जो कोई विशेष कार्य अन्य ऊर्जाओं की तुलना में सर्वश्रेष्ठ कर सकती है। खोजिये वो कौन सा कार्य है जिसके लिए आप रचे गये ,वरना कोल्हू के बैल की भांति गोल गोल घूमते रहिये और यात्रा कभी समाप्त नही होगी। आज एक कार्य कीजिये जो जरूरतो व मजबूरी से न होअपनी आंतरिक प्रसन्नता के लिए हो। जिसे कर प्राप्ति भविष्य में न होकर इसी क्षण वर्तमान में हो भौ...

रचना करे अपने भविष्य की अपने विचारों व भावनाओं से

चित्र
अनुभव ही आधार होते है हमारे विचारों व भावनाओ के, पर उनके आधार पर जीवन जीना वैसा ही है जैसे हमने अपने अतीत को भविष्य की रचना करने की शक्ति दे दी हो। क्या ये सही है कि अतीत को ही मापदण्ड मान ले तो फिर रचनात्मकता का क्या अर्थ रह जाता है? अनुभव के आधार पर विचार व भावनाओं को न स्वीकार करे बल्कि मनचाहे विचारो व भावनाओं का निर्माण करे जो अतीत से अलग आपकी इच्छा के अनुरूप भविष्य को आकार दे सके। विश्वास करना एक शक्ति है, विश्वास करे स्वयं पर ,दुसरो पर,जीवन पर,ईश्वर पर,जीवन की योजना पर जो भी हमारा विश्वास होता है अधिकांश मामलों में वही साकार हो जाता है। Minakshi Gupta Cartomancer

जीवन का उद्देश्य

चित्र
जीवन का उद्देश्य बहुत सीधा सरल है अपनी खुबिया पहचानिए व योगदान दीजिये जिसके लिए ईश्वर ने आपकी रचना की है।आपको आजादी है चाहे तो फंसे रहे चाहे तो अपने सच्चे स्वरूप को पहचाने। जीवन अवसर देता है आप स्वयं से प्रश्न तो पूछे आप इस विश्व मे सहायक कैसे बने? आपको अवश्य उत्तर मिलेगा। आप अनंत चेतना की रचना है कोई तो अर्थ है आपके यहाँ होने का। केवल संसार संघर्ष में युद्ध हेतु आप नहीं जन्मे है। जीवन मे धीरे धीरे नष्ट होता शरीर भर आप नही। आपको आत्मिक प्रसन्नता का अपना स्रौत खोजना है। वही आपकी भूमिका वही आपके होने का उद्देश्य है। धन सामाजिक प्रतिष्ठा व कर्त्तव्य का निर्वहन एक जंजीर है जो आपको बांध देती है। आप परवश महसूस करते है व स्वतंत्र होना चाहते है। आप एक ऊर्जा है,जो कोई विशेष कार्य अन्य ऊर्जाओं की तुलना में सर्वश्रेष्ठ कर सकती है। खोजिये वो कौन सा कार्य है जिसके लिए आप रचे गये ,वरना कोल्हू के बैल की भांति गोल गोल घूमते रहिये और यात्रा कभी समाप्त नही होगी। आज एक कार्य कीजिये जो जरूरतो व मजबूरी से न होअपनी आंतरिक प्रसन्नता के लिए हो। जिसे कर प्राप्ति भविष्य में न होकर इसी क्षण वर्तमान में हो भौ...

Happiness

चित्र
खुशी एक लहर है ,भावनाओ की जो महसूस की जाती है और धूप की भाति इसे कैद कर पाना असंभव है। जीवन मे बड़ी बड़ी खुशियों के पीछे भागते हुए हम हमारे आगे पीछे बिखरी खुशियो को नजरंदाज करते रहते है। उगते सूरज को देखने का रोमांच, सुबह की भाग दौड़ मे खो जाता है। अपने मन मे चल रहे विचारो का शोर ,हमे हवा की शीतलता को महसूस नही करने देता। मुझे याद है, बचपन मे मै अपने आगँंन मे लगे पौधे पर फूल आने की प्रतीक्षा करती व कली देखते ही खुशी से झूम जाती।फूल को खिलता देखने की उस खुशी की किसी चीज से तुलना नही हो सकती।सोमवार से शनिवार तक स्कूल जाने पर मिले पैसे पेन्सिल बॉक्स मे रखती रविवार का दिन स्पेशल चॉकलेट डे हो जाता। आज कुछ भी खरीद लो वो रविवार वाली feeling नही आती। बचपन मे दोस्तो का साथ ही अनोखी खुशी देता था पर बड़े होने पर ये सब औपचारिकता मे बदल जाता है।कमी इस जीवन मे खुशी की नही बल्कि खुशी महसूस करने वाले मासूम दिल की है। टटोलिये ये मासूम दिल अभी भी आपकी आत्मा की गहराईयो मे है,ज्यादा चतुर,सावधान व समझदार होने मे हमने इसे खो दिया है। आज के तो बच्चे भी प्रतियोगिता के इस युग मे अपनी खुशी व मासूमियत खोते जा रहे...

स्वयं से जुड़े ,ईश्वर से जुड़ने के लिये

चित्र
कभी कभी विचारो की भीड़ आकर हमारे कदम रोक देती है।जीवन की छोटी छोटी उलझनो को हम सुलझाने मे सारा वक्त दे देते है।महत्वपूर्ण पीछे छूट जाता है दैनिक तत्कालीन कार्य सारा ध्यान खीच लेते है।तनाव का कारण काम नही बल्कि हमारी अपने आप से दुरी है। हमारे पास वक्त ही नही कि जान पाये भीतर क्या चल रहा है। एक प्रयोग करके देखे इसी क्षण रुके, गहरी साँस ले , महसूस करने का प्रयास करें अन्तर्मन के संगीत मे कौन सी धुन सुनायी देती है। अन्दर से आप कैसा महसूस कर रहे हैं रो रहे है, हँस रहे है, शान्त है ,तनाव मे है, क्रोध मे है ,उदासीन है, निराश हैं, आशा से भरे है। अन्तर्मन क्या माँग कर रहा है? अन्तर्मन की बात एक बच्चे की बात की तरह ध्यान से सुनने का प्रयास करे।बस एक बार उसकी इच्छा पर ध्यान केन्द्रित करे। कईं बार तो वो बस रुकना चाहता है। आप वक्त निकलो और एक बार फुर्सत के क्षणो मे ही सही उसकी इच्छा पूरी करो और फिर बताओ कैसा महसूस होता है। हो सकता है आप किसी से गुस्सा हो व आपका अंतर्मन उसी व्यक्ति से मिलने को कह रहा हो। आपका अन्तर्मन आपके मस्तिष्क के निर्देश को नही मानना चाहता। पर तर्कपूर्ण इस दुनिया मे उसकी एक ...

आज को कल के लिये नजरंदाज ना करे।

चित्र
जो नही कर पाये उसमे उलझ कर जो कर सकते है उस पर से ध्यान हट जाता है।भविष्य की चिन्ता आज को हमारी आंख से ओझल कर देती है।छोटे छोटे खुशियो के पल, कल को सवारने की लगन मे हाथो से कब निकल जाते है हमे पता ही नही लगता। भविष्य़ की योजना बनाना अच्छा है पर आज को भी जानना समझना और आज के लिये भी योजना बनाना जरूरी है। अपने आज को, कल को उधार मत दीजिये। कल बड़ा बेईमान है,आज को वापस नही देगा। जीवन मे हजार समस्याएँ सही पर उनको सुलझाने तक जीना भुलाना कौन सी समझदारी है।ध्यान से अपने आज को देखे और छोटी छोटी खुशियों का हाथ थाम ले। cartomancy आज की तस्वीर बताती हैं। आज मे जीते हुए भविष्य का खाका बनाना सिखाती है।फिर भविष्य निर्माण की नीवं भय नही बल्कि खुशी होती है। cartomancy से जान सकते है, जीवन के कौन से पक्ष पर ध्यान देने की अधिक आवश्यकता है। आज मे क्या अच्छा है? जिसके लिये आभारी रहा जा सकता है। आज मे क्या अच्छा है? जिसको हम कल के लिये नजरअंदाज कर रहे है।  MinakshiGupta Cartomancer

रिश्ते आपके लिये जरुरी हैं।

चित्र
अगर आपको लगता है की आपकी परिस्थितियाँ सही नही है तो इसके लिये हाथ पर हाथ रख कर असंतोषजनक परिस्थितयों को स्वीकार ना करे बल्कि सही स्थितियो की मानसिक तस्वीर बनाये। इसके साथ ही जरूरी है कि अपने मन का विश्लेषण करें क्या छुपा के रखा है? कोई नाराजगी द्वेष व क्रोध तो नही है।रिश्तो मे आपसी तनाव आजकल आम बात है। रिश्तो मे खटास का असर हमारे जीवन के विभिन्न पहलू पर होता है ।यदि हमे पता चल जाये कि इसका असर कितना गहरा है तो एक ही पल मे हम सब काम छोड़ कर अपने रिश्तो को सवारने मे लग जाये।ये छोटी छोटी बातें हमारे जीवन का स्वरूप निर्धारित करती है। एक पल रुकिये और सोचिये आपके अपने माता पिता,भाई, बहन पति या पत्नी व बच्चो से कैसे सम्बन्ध है। अगर किसी से भी को नाराजगी हो या गुस्सा हो तो अपने भविष्य व अपने सुख के लिये आज ,अभी इसी वक्त मन से वो बातें निकाल कर ऊपर आकाश मे फेक दे।ये काम नाटकीय रुप से करें यानि हाथ को दिल तक लाये व नाराजगी ले व ऊपर फेक दें। फिर प्रार्थना करें"हे ईश्वर मेरा ह्रदय अब आपके लिये खाली है आये व विश्राम करें"।विश्राम ईश्वर को नही आपको मिलेगा। फिर और थोड़ा साहस करें तो अपन...