जीवन का उद्देश्य


जीवन का उद्देश्य बहुत सीधा सरल है अपनी खुबिया पहचानिए व योगदान दीजिये जिसके लिए ईश्वर ने आपकी रचना की है।आपको आजादी है चाहे तो फंसे रहे चाहे तो अपने सच्चे स्वरूप को पहचाने। जीवन अवसर देता है आप स्वयं से प्रश्न तो पूछे आप इस विश्व मे सहायक कैसे बने? आपको अवश्य उत्तर मिलेगा। आप अनंत चेतना की रचना है कोई तो अर्थ है आपके यहाँ होने का। केवल संसार संघर्ष में युद्ध हेतु आप नहीं जन्मे है। जीवन मे धीरे धीरे नष्ट होता शरीर भर आप नही।
आपको आत्मिक प्रसन्नता का अपना स्रौत खोजना है। वही आपकी भूमिका वही आपके होने का उद्देश्य है। धन सामाजिक प्रतिष्ठा व कर्त्तव्य का निर्वहन एक जंजीर है जो आपको बांध देती है। आप परवश महसूस करते है व स्वतंत्र होना चाहते है।
आप एक ऊर्जा है,जो कोई विशेष कार्य अन्य ऊर्जाओं की तुलना में सर्वश्रेष्ठ कर सकती है। खोजिये वो कौन सा कार्य है जिसके लिए आप रचे गये ,वरना कोल्हू के बैल की भांति गोल गोल घूमते रहिये और यात्रा कभी समाप्त नही होगी।
आज एक कार्य कीजिये जो जरूरतो व मजबूरी से न होअपनी आंतरिक प्रसन्नता के लिए हो। जिसे कर प्राप्ति भविष्य में न होकर इसी क्षण वर्तमान में हो भौतिक प्राप्ति न होकर प्रसन्नता की प्राप्ति हो।खोजिये अपने सच्चे स्वरूप को।

Minakshi Gupta cartomancer

टिप्पणियाँ

Monika garg ने कहा…
Bahut sundar aur dil tak pahuchne vala baat

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

जीवन सूर्य 5

जीवन पर आस्था

The third rule of life is the "Law of Life's Bank Account"