क्या भविष्य को जाना जा सकता है।

 भविष्य को जानने की इच्छा सबको होती है, पर सत्य तो ये है कोई ऐसा ईश्वर नही जिसने ,आपका भविष्य लिख कर उसे निश्चित कर दिया हो।

हम ही रोज अपने भविष्य का निर्माण करते हैं ,चाहे अनजाने में करे या सोच समझ कर करे। ये बात अजीब लग सकती है ,पर सत्य यही है हमारे विश्वास ,हमारी धारणाए, हमारे विचार ,हमारे कर्म व हमारी भावनाए ही हमारे जीवन के रचनाकार है।

ईश्वर तो वो ऊर्जा है जो सब संचालित कर रही है। हमारी सकरात्मक ऊर्जा हमें प्रभु से जोड़ देती है वही नकारात्मकता हमें ईश्वरीय ऊर्जा से अलग कर देती है। हम यदि जागरूकता का अभ्यास करें तो हर पल चेतना से जुड़े रह सकते है पर ये कहना सरल है करना मुश्किल। इसके लिए जागरूकता, प्रेम व शांति की आवश्यकता है। अभ्यास की आवश्यकता है।

अपने आप को सच्चाई से स्वीकार करें अपनी भावनाओं को ईमानदारी से पहचाने, अपनी चेतना से जुड़े इसमें थोड़ा प्रयास लगेगा ।अपने आप पर काम करना मुश्किल जरूर है पर ये काम आपका जीवन आसान कर देगा।

" रचना करे अपने भविष्य की ईश्वरीय ऊर्जा के साथ"


मीनाक्षी गुप्ता

Cartomancer


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