प्रेम कीजिये अपने आप से
कागज की नाव जब बारिश के पानी मे तैरती जाती है तो कितनी प्यारी लगती है और इसके पीछे भागते बच्चे, उत्साह से लवरेज। पानी की छप छप से बना संगीत मानो कहता हैं भागो तुम भी भागो उस नाव के पीछे।
बारिश का ये खेल अनेको बार देखा होगा हमने पर अब अपने मन के विचारों में खोए हम बारिश की बूंदों की तरफ अब ध्यान नही देते ,ये नाव भी बही चली जाती है सामने से पर अनदेखी रह जाती है। एक बार नाव के पीछे भागते बच्चो के मन की खुशी व आनंद को महसूस करके देखिए। उगते सूरज की नरम रोशनी को आंखों पर उजाले बिखेरते महसूस करो। लगता है ना बेकार से काम फिर काम का काम क्या है ?क्या है आनंद जरा बताइये, खुशी क्या है और शांति वो तो याद भी नही है आज के तनाव से भरे भागदौड़ के जीवन मे
यदि मैं कहु जीवन के रचयिता आप है,क्या विश्वास होगा आपको ? पर सत्य यही है हम हर पल रचना करते है अपने जीवन की विचारो भावनाओ विश्वास व धारणाओं से। सभी कुछ जन्मता है हमारे भीतर बाहर तो बाद में अभिव्यक्ति होती है। अब आप थोड़ा नाराज होंगे मेरी बात से क्योकि मैंने आपको ही जिम्मेदार बना दिया आपकी मुश्किलों व कष्टो के लिए। विश्वास मानिए आप इसी क्षण सक्षम है जीवन को मनचाहा रूप देने के लिए।
गहरी सांस लीजिये,मन को महसूस कीजिये क्या महसूस हो रहा है यदि बैचैनी है निराश है तो आप ऐसा ही जीवन के निर्माण में व्यस्त है जो बैचनी से भरा हो पर यदि अंदर प्रेम है शांति है तो आपका जीवन भी आनंद व प्रेम से भरा होगा।तो फिर साफ है जिम्मेदारी ले अपने अंतर्मन की ,सकारात्मक सुझाव, शिकायतो का त्याग, प्रेम की एकरसता ही आपके मन को एक अच्छा रचनाकार बनाएगी। इसके लिए प्राकृतिक दृश्यों में रोमांस महसूस कीजिये, बच्चो की तरह छोटी छोटी चीजो में खुशी खोजिये। जैसे उगता सूरज, पानी मे बनता मिटता द्रश्य, धीमे धीमे चलती हवा,फूल, खुश्बू, भीगी मिट्टी की सुगंध,इंद्रधनुष, बारिश की बूंदे,एक चाय,एक रसगुल्ला या आपके पसंद की खाने की कोई चीज।
खोजिये क्या है ऐसा जो आपके मन को प्रेम व शांति से भरता है। ट्यूनिंग कीजिये अपने मन की ,उसे अधिकांश प्रेम की सुखद अहसास की आवर्त्ति पर रखिये।
बड़ी बड़ी खुशिया नही हर दिन बार बार छोटी छोटी आनन्द देने वाली चीजो पर ,लोगो पर या घटनाओ पर ध्यान दे। समस्या 7 दिनों के लिए भूला दे व हर दिन कुछ नया रोमांस खोजे जिंदगी में। रोज रात में लिखे आज किसने आपके मन मे आनन्द भरा, एक तितली ने, एक प्रशंसा ने,किसी की प्यारी मुस्कान ने,फूलो ने, एक दोस्त ने, समोसे ने ,पिज़्ज़ा ने जलेबी ने, संगीत ने ,गीत ने ........ या कुछ और ।
प्यार कीजिये स्वंय से ,जीवन से,प्रकृति से......
Minakshi Gupta
Cartomancer
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