Cartomancy and future
पिछ्ली पोस्ट मे मैने cartomancy के सिध्दांतों को स्पष्ट किया । मुझसे एक प्रश्न बार बार पुछा जा रहा हैं की हम इससे कैसे लाभ ले सकते हैं ?आज मै इसी बारे मे सरल भाषा मे बताने का प्रयास करुगी। cartomancy भाग्य आधारित ना होकर कर्म आधारित हैं यानी भाग्य से जो भी परिस्थितियाँ हमे मिली हैं उसमे cartomancy के माध्यम से सही विकल्प का चुनाव कर हम अपने भविष्य़ का निर्माण कर सकते हैं। हम या हमारी परिस्थितियाँ हमारे अतीत के विचारो और कर्मो का परिणाम हैं। आज हम जो सोच रहे हैं ,जो निर्णय ले रहे हैं ,जो विकल्प चुनते है तथा जो कर्म करते हैं वो निरन्तर हमारे भाग्य का निर्माण करते हैं ।कई बार का मेरा भी अनुभव हैं मस्तिष्क जो तार्किक निर्णय देता हैं cartomamcy उससे अलग संकेत देती हैं । cards वर्तमान का सही आकलन कर मार्गदर्शन करते हैं ।मेरे अनुसार भविष्य़ की त्रुटिरहित रचना करने के लिये वर्तमान को सही से समझना आवश्यक हैं जो केवल cartomamcy के द्वारा सम्भव हैं । वर्तमान जैसा हैं उसे वैसा ही स्वीकार कर शान्त मन से सही कर्म करके ही हम अपने भविष्य़ की रचना कर सकते हैं। जो लोग खुश रहने के स्वभाव वाले होते हैं ,अपनी आन्तरिक प्रज्ञा के सम्पर्क मे होते हैं वो बिना cartomancy के सहयोग के अपनी आन्तरिक आवाज के अनुसार सही निर्णय करने मे सक्षम होते हैं। आवश्कता हैं अपनी अनन्त चेतना के सामन्जस्य मे रहने की । आगे और भी जानेगे cartomancy के बारे मे ........................
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