The third rule of life is the "Law of Life's Bank Account"
जीवन के दो नियम हम अभी तक थोड़ा थोड़ा समझे है।पहला "अनिश्चितता का नियम "दूसरा "सुनहरा नियम यानी जो चाहते हो देना शुरू कीजिए" इन नियमों को मैं आगे विस्तार से कुछ उदाहरणों के माध्यम से स्पष्ट करुँगी अभी कुछ सार रूप में अपनी बात कहना चाहती हु।जिससे जीवन को खोजने की इस यात्रा का आपको कुछ कुछ आभास प्राप्त हो जाये। सर्वप्रथम तो आप सभी को हार्दिक धन्यवाद साथ आने के लिए ,इस न्यूज़लेटर से जुड़ने के लिए ।आप का साथ मेरे लिए प्रेरणास्रोत है जो मेरे संकोच को खुशी में बदल रहा है। आंनद को जीवन का साथी बनाने के लिए ये जानना आवश्यक है जीवन किन सिद्धान्तों व नियमो से संचालित है व हमारे पास इसको आनंदमय बनाने के लिए क्या शक्तिया व उपकरण है।ये सत्य है कि जीवन सरल नही है इसकी मुश्किलों को ,इसकी चुनौतियों को हम नजरअंदाज करके आगे नही बढ़ेगे बल्कि स्पष्टता से इनका विश्लेषण करेगे व समाधान तक भी पहुँचेगे। हम अपनी आंतरिक शक्तियों को भी मापने का काम साथ साथ करेगे।मेरी सलाह तो ये है कि जो भी आप इस न्यूज़लेटर से जाने व समझे ,उसको उसी दिन अभ्यास में लेकर आये क्योकि ज्ञान की कुंजियां व्यर्थ है यदि उ...